Thursday 3 September 2015

Corbyn's Cove Beach, Port Blair

                         दिन में ऐतिहासिक सेलुलर जेल  के दर्शन के बाद हमारा प्लान पास में ही स्थित सागरिका और समुद्रिका म्यूज़ियम होते हुए कोर्बिन्स कोव बीच जाने का था, समुद्री तटों के लिए विख्यात जगह में पहले समुद्री छोर को देखने का उत्साह  बहुत ज्यादा था। इन दोनों संग्रहालयों ने हमें बहुत ज्यादा आकर्षित नहीं किया,पर जब गए ही थे तो एक दो फोटो लेना तो आवश्यक हो ही जाता है,इसलिए कछ फोटो ले तो लिए पर आनन्द नहीं आया,हालाँकि संग्रहालयों के बाहर कुछ अच्छे दृश्य जररू थे जैसे आदिवासी जारवा जनजाति वगेरह के। अब जब इतने सुन्दर द्वीप में आये ही हैं तो सजा कर रखे गए मोती,कोरल को देखने में वो मजा कहाँ होगा जो अपनी आँखों से देखने में रहता है। जल्दी जल्दी यहाँ देखने की खानापूर्ति कर के हम निकल पड़े आकर्षक कोर्बिन्स कोव बीच की तरफ,देखिये कैसा है यहाँ के पानी और रेत का रंग -
कोर्बिन्स कोव का एक नजारा 

                             कोर्बिन्स कोव से पहले देखते हैं सागरिका और समुद्रिका में आखिर क्या था? अंदर तो कोरल मछलियाँ और मोती थे,और बाहर ये सब था जारवा जनजाति के सदस्यों के प्रतीक।इनके साक्षात दर्शन का मन नहीं था हमारा क्यूंकि मेरा विचार ये है क़ि आखिर वो भी तो हमारी तरह इंसान ही हैं इस तरह से देखने जा कर क्यों किसी को परेशान करना ,और कुछ ही दिन पहले ये भी पढ़ा था कि कैसे लोग इन्हे खाने का लालच देकर नृत्य वगैरह करवाते हैं। इस कारण यहाँ पर इनके कुछ प्रतिक चिन्ह दिखे तो उनके फोटो ले कर सन्तोष कर लिया। 
जारवा जनजाति 

जारवा धनुष बाण के साथ 
कुछ इस तरह की झोपड़ियां भी थी वहां आराम फरमाने को। 
सीमा प्रहरियों की मूक दास्तान 
                    कोर्बिन्स कोव पोर्ट ब्लेयर के सबसे नजदीकी समुद्र तटों में से एक माना जाता है, इसलिए ये जगह हमेशा ही काफी भीड़भाड़ से भरी रहती है। सागरिका से यहाँ की दूरी सात किलोमीटर की है, यहाँ से अबरदीन बाजार से गुजरते हुए समुद्र के समानान्तर हम लोग कोर्बिन्स कोव की तरफ बढ़ रहे थे ,अचानक हमारे ड्राइवर साहब ने गाड़ी रोक दी और कहा यहाँ पर एक व्यू पॉइंट बना हुआ है सुनामी के बाद से, ऊपर चढ़ कर देख लो और एक दो फोटो ले लो, तो हम चल पड़े। वहां जा कर के देखा तो बैठने के लिए अच्छी सी बैंच का निर्माण किया गया था और हमारे जैसे कुछ पर्यटक खड़े हो कर नीचे देख रहे थे। स्थिति कुछ ऐसी थी कि शायद हम एक चट्टान के ऊपर खड़े थे और नीचे समुद्र की लहरें उस चट्टान से टकरा कर  वापस जा रही थी जैसे मानिये चट्टान को नीचे नीचे खोखला कर रही हों और ऊपर खड़े नारियल के पेड़ भी समुद्र की तरफ झुके जा रहे थे। ड्राइवर के कथनानुसार तो ये जगह सुनामी के बाद ही बनी है, पर जिसने सुनामी के पहले का अंडमान देखा हो वो इस बात को बेहतर जान सकता है। काफी अच्छे दृश्य यहाँ से देखने को मिले थे। समुद्र के नजदीकी जगहों के लिए लगता है  कि वहां सड़के एक दम सीधी होती होंगी ये हमारा गोवा का अनुभव कह रहा था ,पर यहां आने के  बाद ये धारणा बदल गयी क्यूंकि जो ऊँची नीची सड़कें और हरियाली के दर्शन हो रहे थे वो किसी हिल स्टेशन से कम नहीं लग रहे थे। 
व्यू पॉइंट से दिखता विशालकाय समुद्र 
कोर्बिन्स कोव के  रास्ते में सुनामी के बाद बने व्यू पॉइंट से  हुए दृश्य। 
कुछ इस  तरह की बैंच बनी है यहाँ बैठने के लिए, साथ में अंडमान की  साफ़-सुथरी सड़क भी दिख भी नजर आ रही है। 
                              करीबन आधा घंटा यहाँ बिता कर मन नहीं होने के बावजूद भी हम कोर्बिन्स कोव की तरफ बढ़ लिए क्यूंकि बहुत ज्यादा समय नहीं बचा था हमारे पास। अंडमान की एक और बात है जो कि इसे भारत से जुदा करती है वो है यहाँ का सूर्योदय और सूर्यास्त का समय। सुबह छह बजे ऐसा लगता है कि जैसे दिन निकल आया हो और शाम होते ही अंधकार छा जाता है। इसलिए यहाँ के वातावरण के अनुसार अपने कार्यक्रम प्रातःकाल से ही प्रारम्भ कर देने चाहिए। इस तरह से घूमते घामते हम कोर्बिन्स कोव बीच पहुंच ही गए। हालाँकि इस जगह ने मुझे उतना आकर्षित नहीं करा,क्यूंकि यहाँ के पानी में वो नीलीमा नहीं दिखी जिसकी कल्पना करी थी,शायद इससे बेहतर दृश्य उस व्यू पॉइंट ने दिखा दिए थे। पर कुछ भी कहो समुद्री तट तो समुद्री तट ही होता है देख कर के अच्छा ही लगता है। पानी की लहरों भले अपनी और को आकर्षित कर रही थी पर ड्राइवर की दी हुयी चेतावनी याद थी कि पानी में मत उतरना यहाँ पोर्ट ब्लेयर का गन्दा पानी डाला जाता है तो कदम बार-बार अपने आप पीछे हो गए।वैसे पता नहीं उसकी इस बात मे कितनी सच्चाई हो,यह भी संभव है कि वो जाने की जल्दी में हो।
कोर्बिन्स कोव
समुद्री तट पर लगी हुयी बैंच,जिन्हे पैसा देकर ही इस्तेमाल किया जा सकता था 
                       यहाँ से भी हमें समय पर निकलना था क्यूंकि सेलुलर जेल के साउंड एंड लाइट शो  को किसी भी हालत में नहीं छोड़ सकते थे। जिसका विवरण पिछली पोस्ट में आप लोग पढ़ चुके हैं।अगले सफर में चलेंगे अंडमान के किसी सुन्दर से आइलैंड की तरफ। 
अंडमान का सफर एक नजर में -



1 comment:

  1. विशाल समुन्दर के साथ कोर्बिंस कोव के नजारों को खूबसूरती से कैद किया है ... अच्छी जानकारी है यात्रा प्रेमियों के लिए ...

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