Tuesday 15 July 2014

Drive from Bangalore To Yercaud:बैंगलोर टू यरकोड रोड ट्रिप

               पिछले वर्ष  (जून २०१३ ) बारिश की वजह से उत्तरांचल और हिमाचल प्रदेश में बहुत ही नुकसान हुआ, और उसके साथ साथ भ्रमण के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम स्थगित हो गए। अब कुछ समझ नहीं आ रहा था की करे तो क्या करें और बारिश के मौसम में बच्चे के साथ कहीं दूर निकलने की हिम्मत भी नहीं कर पा रहे थे तो अचानक से दिमाग में आया की बिना छुट्टी लिए एक वीकेंड ट्रिप ही कर लिया जाये और तमिलनाडू के हिल स्टेशन यरकोड (YERCAUD ) का चयन हो कर लिया। ये जगह बैंगलोर से काफी नजदीक है तो जाने के लिए कोई बहुत प्लानिंग की जरुरत भी नहीं पड़ी। केवल  होटल बुकिंग ही करवानी थी  क्योंकि वहां होटल कम हैं, इसलिए जल्दी में दुर्गा  रेजीडेंसी में बुकिंग करवा ली।अब तो बस निकलने की जरुरत भर थी।

 कुल यात्री-३
 जगह-यरकोड
 गाड़ी-सेंट्रो  
               इस यात्रा वृतांत के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए क्लिक करिये 
                     बैंगलोर से यरकौड की  दूरी दो सौ अट्ठाईस किलोमीटर की है और दो सौ दो किलोमीटर (सेलम) तक तो बैंगलोर कन्याकुमारी हाईवे है इसलिये रोड कंडीशन बहुत अच्छी है, और सेलम के आगे की पहाड़ी ड्राइव भी मस्त है, हरे भरे पेड़ों से घिरी हुयी सड़क और आसपास के नज़रों के बीच कब पहुँच गए पता ही नहीं चला। इस गरीब आदमी की ऊटी  के रास्ते में पड़ने वाले बीस हेयर-पिन बैंड्स ने ऊटी की याद दिला ही दी।  
टोटल टाल-दो सौ बयालीस 
           पहले से पूरी तैयारी नहीं होने के कारण अबकी बार निकलने में थोडा देर हो गयी, तो यहाँ से निकलते निकलते ६:४५ हो गया था। इलेक्ट्रोनिक सिटी पहुँचते पहुँचते सात बज गया,ज्यादा दूर तक तो जाना नहीं था तो पहले से ही सोचा था की रुकते रुकते रास्ते को एन्जॉय करते हुए ही जायेंगे,और सच में रोड की कंडीशन इतनी अच्छी थी कि हर जगह पर रूकने का मन हो रहा था। उसके बाद लंच के लिए होसुर और कृष्णागिरी के बीच में  पेट्रोल पम्प और मैकडोनाल्ड के पहले के रेस्तौरेंट नाम बहुत ठीक से याद नहीं शायद कृष्ना इन था पर रुके। यहाँ पर मसाला डोसा और इडली के साथ चाय मंगवाई। कुल मिलाकर के खाने का मजा ही आ गया। पूरा खाना वैल्यू फॉर मनी था। सेलम तक तो रास्ता इतना अच्छा था की कुछ पूछना ही नहीं था,और ड्राइव भी बहुत स्मूथ थी।सेलम टाउन में थोडा देर ट्रेफिक लगा, पर इसे क्रॉस करने के बाद फिर से स्मूथ रोड आ गयी, जो की पूरी पहाड़ियों से घिरी हुयी थी,और यहाँ पर बीस हेयरपिन बैंड भी मिले पर ये ऊटी जितने तो नहीं थे पर कुल मिलाकर रास्ता बढ़िया कटा।
सड़क से दिखती हुयी पहाड़ी 


गाड़ी से सड़क का व्यू 


घुमावदार सड़क 


आती जाती गाड़ियाँ 


ऊँची नीची सडक 
             तो इस तरह रास्ते को एन्जॉय करते हुए हम लोग बारह बजे तक यरकोड पहुंचे।तो होटल में चेक इन करने के बाद कुछ देर आराम करके घुमने का निर्णय किया।तो अगली पोस्ट में यहाँ के दर्शनीय स्थलों को देखते हैं।