Thursday 19 May 2016

Jaigarh Fort,Jaipur

                  जल महल के दर्शन करने के बाद हम जयगढ़ दुर्ग जाने के लिए आगे बढ़ रहे थे, रास्ते में कई सारे हाथी पंतिबद्द हो कर वापस आते हुए दिखाई दे रहे थे जो आमेर के किले में पर्यटकों को सवारी करा के वापस आ रहे थे। ये सोच कर दुःख भी हुआ और आश्चर्य भी कि कैसे जब इतनी गर्मी में जब इंसानो का खुद का चलना मुश्किल होता है तो ये बेचारे जानवर कैसे अपने साथ इतने लोगों का भार उठा कर चलते होंगे। जल महल से इस किले की दूरी ग्यारह किलोमीटर की है। यहाँ से  जयगढ़ फोर्ट रोड  पर आगे बढ़कर हुए हम एक ऐसी जगह पर पहुंचे जहाँ से मान सिंह लेक के मध्य में विराजमान जल महल और कनक घाटी के अद्भुत दर्शन हो रहे थे।
कनक घाटी। 

Saturday 14 May 2016

Pink City, Jaipur

                    कभी कभी कुछ यात्रायें बिना सोचे हुए अनायास ही बोनस में हो जाती हैं जैसे एक एक साथ एक फ्री, इस तरह की एक यात्रा हमें जयपुर के संक्षिप्त भर्मण के रूप में मिली। घर जाने के लिए टिकट  बुक कराना था, इसलिए एयर टिकट के लिए मजगमारी करनी थी। बुक कराते समय डील  देखते हुए लगा कि बैंगलोर से दिल्ली से जाने  बजाय हम जयपुर से होते  हुए भी जा सकते हैं और जिस ट्रैन से हम दिल्ली से बैठते हैं उसमे जयपुर से ही बैठ जायेंगे इससे बार इधर उधर करने का झंझट भी नहीं रहेगा। मामला जम गया और करीब चार महीने पहले हमने १० मई की सुबह छह बजे वाली फ्लाइट में बैंगलोर से जयपुर का टिकट करवा दिया। ट्रैन में सीट आरक्षित करने से पहले मन था कि एकदिन रुक जायेंगे पर जब तक टिकट कराने का दिन आया तो बैंगलोर में भी सूर्य देव अपने चरम पर आ गए तो लगने लगा जब प्राकृतिक एयर कंडीशनर के नाम से विख्यात बैंगलोर में ही ये हालत हैं हैं तो राजस्थान, और वो भी मई के महीने में थोड़ा मुश्किल ही रहेगा,पर घुमक्क्डी इसीका नाम है। इसलिए उसी दिन का ट्रैन से रिजर्वेशन करवा लिया। अब हमारे पास सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक करीब छह घंटे का समय था यहाँ के लिए। इतने में गूगल देव की सहायता से ये भी देख लिया कि कौन कौन सी जगह जा सकते हैं और कहाँ जाना संभव नहीं है। जाने के दो दिन पहले राजपुताना केब वाले से आधे दिन की एयर कंडीशन कार की बात कर ली और ऐसा ड्राइवर देने को बोला जो गाइड का काम भी कर सके।