भारत एक ऐसा देश है जिसमे असीमित प्राकृतिक सौंदर्य समाया हुआ है। प्रकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ यहाँ विविधता भी प्रचुर मात्रा में है। ये एक ऐसा देश है जहाँ हर दो कदम पर भाषा,बोली , उठना-बैठना, रहन-सहन सब कुछ बदल जाता है। इन सबके साथ कदम कदम पर बदलता है प्रकृति का स्वरूप। कहीं विशाल हिमालय श्रृंखला अपने जितने भव्य स्वरूप दिखाती है तो कहीं हजारों किलोमीटर में फैली समुद्री रेखा ने अपनी गहराई में ना जाने कितने राज दफ़न कर रखे होंगे। कहीं धीमी गति में अपने बहाव को कायम रखने वाली नदियाँ सयंम का पाठ पढ़ाती है तो कल कल कर के बहने वाले झरने ये समझाते हैं कि जीवन में चंचलता होना भी उतना ही जरुरी है। कहीं भव्य इतिहास से साक्षात्कार कराते हुये किले हैं तो कहीं गुफाओं का मायावी संसार है।