Sunday 9 February 2014

Majorda Beach,Goa : मजोर्डा समुद्र तट,गोवा का अलौकिक सौंदर्य..........३

          गोवा में पहले दिन के लिए हमारा प्लान ये था कि मडगाव से टेक्सी ले कर होटल जायेंगे और उसके बाद कुछ देर आराम करने के बाद घूमने के लिए निकलेंगे,पर हम लोगों का चंचल मन फिर से भटक उठा और आवाजें आने लगी कि चलते-चलते कम से कम एक समुद्र तट तो देख ही लें और कई  सारे विचार- विमर्श के बाद हम लोग मजोर्डा का समुद्र तट देखने के लिए उतर ही गए,तो इस पोस्ट में आपको मजोर्डा और कैंडोलिम के समुद्र तट के दर्शन कराते हैं, आगे पढ़ने के लिए देर ना करते हुए जल्दी से क्लिक करिये-

                मजोर्डा का समुद्र तट मडगाव  से दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, यहाँ उतरते ही अंदाजा आ गया कि हमारा चुनाव  बिलकुल सही निकला और ये समुद्र तट गोवा में हमारा पसन्दीदा समुद्र तट बन गया।दूर से देखने से तो ऐसा लग रहा था कि बस वक्त यहीं ठहर सा जाये ,सफ़ेद चमकदार रेट के मध्य में समुद्र एक लहर सी निकल के आ रही थी,जो कि आगे किसी नहर में मिल रही थी, ये दृश्य तो वास्तव में बहुत ही सुन्दर और मनभावन था।  आप लोग भी आन्नद उठाइये, इस मनभावन दृश्य का-

समुद्र से पलट कर आती हुयी लहर 
              और देखिये आगे जाकर के ये लहर कहाँ मिलती है-

लुभावने नारियल के पेड़ों के सहारे जाती हुयी लहर जो आगे जा कर एक नहर में मिलती है 
             
पूरे रास्ते कि थकान को मिटाता हुआ छोता साथी जो कि लहर को पार कर के समुद्र के मुहाने पर जा रहा था 



      

लहर में दिखती हुयी अपनी और नारियल के पेड़ों का मनभावन दृश्य 
              तो इस तरह से हम सभी मजोर्डा समुद्र तट के नजदीक पहुंचे, और एकदम सीधा सा तट था जिसमे बराबर की ऊंचाई पर लहरें आ रही थी, अभी तक मैंने बंगाल की खाड़ी का आनंद उठाया था, शायद अरब सागर और बंगाल की खाड़ी का ये अंदर है कि गोवा के समुद्र तट एकदम सपाट है,देखिये उछाल कर आती हुयी लहरों के बीच पिता पुत्र को समुद्र तट का आन्नद उठाते हुए-
मजोर्डा समुद्र तट 
                  तो ये है गोवा के हमारे पसंदीदा समुद्र तटों में से एक मजोर्डा बीच, इसके बाद हम लोग अपने होटल की और चल पड़े, इससे आगे का वृतांत अगली पोस्ट में आपके सामने प्रस्तुत किया जायेगा। 

गोवा के सफर की सभी कड़िया एक साथ निम्नवत हैं-



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