इस बार छुट्टियां इस कदर बरस रही थी हर बार ये मन कर रहा था कि कुछ न सोचो बस चल पडो,इनमे से कुछ का उपयोग हम कर पाये और कुछ पर बैठे ही रह गए।कब बार बने गोवा भ्रमण के असफल प्रयासों के बाद दशहरे की छुट्टियों में हम लोगों को पर गोवा जाने का शुभ अवसर मिल ही गया, और जाने के बाद ऐसा लगा की वंहा रम ही जाओ इस कदर वहाँ के समुद्र तटों ने तो बस मन ही मोह लिया।
![]() |
मजोरदा बीच |
अबकी बार ऐसा लग रहा है कि पुराने यात्रा क्रमों से भटक कर तुरंत आपको भी गोवा के दर्शन करा दे,और अपने सुनहरे अनुभवो को भी जल्द से जल्द संजो ले।तो अब देर किस बात की है आगे पढ़ने के लिए क्लिक करिये और हमारे साथ गोवा घूमिये
अब गोवा जैसी चर्चित जगह की बात है, तो मन में ख़याल आ रहा है कि पहले गोवा के बारे में और बैंगलोर से वहाँ किस तरह से जा जा सकते हैं इस बारे में बात कर लेते हैं।यहाँ से जाने के लिए चार आप्शन बनते हैं,सबसे पहला कार से,दूसरा ट्रैन, तीसरा बस और चौथा विमान यात्रा।पहले तरीके से जाने में हम लोगों को अधिक समय की आवश्यकता पड़नी थी क्यूंकि गाड़ी तो बस दिन में ही चलनी थी और हमारे पास थे मात्र तीन दिन वो भी गोवा जैसे जगह घूमने के लिए, तो ये आप्शन तो सिरे से फ्लॉप हो गया, अब दूसरा बचा बस से पर इतना लम्बा सफ़र बस से वो भी बच्चों के साथ, तो ये भी गया, तीसरा विमान यात्रा ,जिससे पहुँच तो बड़ी जल्दी जाना था पर जेब अनुमति नहीं दे रही थी तो अंतिम विकल्प रहा ट्रैन से और हमारे लिए ये सर्वोत्तम था एक तो पैसा बचना था, दूसरा आराम का सफ़र और तीसरा ट्रैन से दिखने वाली टनल और दूधसागर फॉल।इन सब परिस्थतियों के मद्देनजर हम लोगों ने ट्रैन से जाने का निर्णय लिया और पहले से ही टिकट बुक करवा लिए।ये तो था कि किस तरह से ट्रैन से जाने के विकल्प का चयन हुआ।अब आपको गोवा के बारे में भी कुछ जानकारी दे देते हैं।गोवा में अनगिनत समुद्र तट है या कहिये कि समुद्र तटों से घिरा हुआ हुआ है,मजे की बात ये है कि समुद्र तटों के अतिरिक्त भी यहाँ बहुत कुछ है प्राकृतिक हरीतिमा,सुन्दर सी नदियों के मुहाने,ऎतिहासिक किले,झरने एवं और भी बहुत कुछ।कुल मिलाकर अगर ये सोचकर जाएँ कि एक बार में ही पूरा गोवा घूम लेंगे तो ये असम्भव सा ही है।गोवा राज्य को दो हिस्सो में विभक्त सा किया गया है नॉर्थ गोवा एवं साउथ गोवा।ये बात सच है कि साउथ गोवा के समुद्र तट बहुत ही सुन्दर और शांत हैं,पर ये भी सच है कि नॉर्थ गोआ के समुद्र तटों पर ही पानी पर होने वाली साहसिक गतिविधियां करी जा सकती हैं।हम सबने भी ये निश्चित किया कि इस बार नॉर्थ गोवा के समुद्र तटों की भीड़भाड़ का आन्नद उठाते हैं और साउथ के समुद्र तटों की शांति में खो जेन के लिए दुबारा आयेंगे।तो ये रही गोवा के बारे में छोटी सी जानकारी,अगली पोस्ट में आप लोगों को ट्रैन से दिखने वाले दूधसागर के बारे में, और प्रथम दिन के गोवा के अनुभव के साथ मिलते हैं।
गोवा के सफर की सभी कड़िया एक साथ निम्नवत हैं-
गोवा के सफर की सभी कड़िया एक साथ निम्नवत हैं-
Badiya shuruwat... :)
ReplyDeleteगोवा हमेशा से मनभावन जगह रहा है| कितनी बार भी जाऊं फिर जाने का मन करता है
ReplyDelete-http://www.budgetyatri.com