Wednesday 4 September 2013

पिरामिड वेली (Pyramid Valley)बैंगलोर

              चेन्नई ट्रिप के बाद बहुत दिनों से हम लोग घर पर ही बैठे हुए थे,घुमक्कड़ी कुछ कम सी हो गयी थी। पर जहाँ चाह होती है,वहां राह तो मिल ही जाती है और अचानक से बैंगलोर में ही रहने वाले कुछ रिश्तेदार हमारे घर पर हमारे घर पर आ गए तो बस देर किस बात की थी उन्हें कहीं ना कही ले जाना तो बनता ही था। उन लोगों के पास जितना समय था उसके हिसाब से बैंगलोर में लोकल ही कहीं जाया जा सकता था, इस तरह से पहले नंबर पर चुना गया पिरामिड वेली। यहाँ के बारे में पूरी जानकारी के लिए पढ़िए- 
          हमारे वहां से से ये जगह नाइस रोड जंक्शन से कनकपुरा रोड के रास्ते बत्तीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है रोड की हालत तो ठीक थी इसलिए कोई ज्यादा समय नहीं लगा बस एक घंटा। अब आपको बता दे ये जगह एक अंतराष्टीय मैडिटेशन सेण्टर है और यहाँ पर एक बड़ा सा पिरामिड है यहाँ पर बैठकर हजारों लोग मैडिटेशन कर सकते हैं। यहाँ पर पिरामिड के अलावा गोतम बुद्ध की एक प्रतिमा, एक छोटी सी झील जिसे देखने से लग रहा था कि शायद कमल खिलते होंगे, सुन्दर सा हरा-भरा गार्डन और जगह- जगह लगे हुए फूल हैं,जिन्हें देखने से ये नहीं लगता कि हम बैंगलोर में ही हैं। कुल मिला कर के यहाँ बहुत ही अच्छे द्रश्य देखने को मिल जाते हैं और मौसम अगर साथ दे दे तो आध्यात्म के साथ-साथ पिकनिक के लिए भी बहुत ही खुशनूमा जगह है।  एक बात तो यहाँ ये है कि यहाँ पर दिन का खाना भी मिलता है,पर खाने के इरादे से जाना सही नहीं है क्यूंकि खाना उतना फ्री ऑफ़ कास्ट है तो क्वालिटी उतनी ज्यादा नहीं थी, पर वैरायटी काफी थी जिसमे चावल, सांभर, चटनी और बटरमिल्क सम्मिलित था और मैडिटेशन के इच्छुक लोगों को थोड़ी देर का एक प्रेजेंटेशन यहाँ पर देते हैं जिसके बाद ही आगे जा पाना संभव है।तो यहाँ से ज्ञान ले कर हम आगे पिरामिड की ओर को बढ़ते है पर वहां पहुँच के पता  कि ६ साल से छोटे बच्चे अन्दर नहीं जा सकते तो हम छह लोगों का ग्रुप दो भाग में विभाजित हो गया और थोड़ी थोड़ी देर कर के हम पिरामिड में गए। अन्दर बहुत ही शांतिपूर्ण वातावरण था और हजारों लोग ध्यान में मग्न थे और बहुत ही गर्मी भी लग रही थी जो शायद पिरामिड के आकर के कारण  होगी। वहां से आने के बाद थोड़ी देर इधर उधर घुमा और उसके बाद हम लोग बैंगलोर ले विख्यात बरगद के पेड़  जाने के लिए निकल पड़े।इस तरह से अगली पोस्ट में मिलते हैं बरगद के पेड़ पर।तब तक आप पिरामिड वेली के द्रश्यों का आन्नद उठाइए- 
छोटी सी लेक में बैठे हुए गांधीजी 

भव्य पपिरामिड 

नज़ारे ही नज़ारे 

शांति का प्रतिक गौतम बुद्ध 

क्या ये बैंगलोर ही है?

घने जंगलों के मध्य हमारी टीम 

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